ग्वार और चने की कृषि पद्धतियों का राजस्थान के अति शुष्क आशिंक सिंचित पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में डिजिटल प्रसार
भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि का भारतीय आय में लगभग 13 प्रतिशत योगदान है। देश का अधिकतर भाग ऐसा है जहाँ पर आज भी किसानों को वैज्ञानिक तकनीकों से खेती करने के बारे में जानकारी नहीं पहुँच पाती है। डिजिटल इण्डिया कार्यक्रम और मोबाइल की क्रांति के बाद बहुत सी निजी कम्पनियों व सरकारी विभागों ने खेती करने के वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न मोबाइल एप्प विकसित किये हैं। आजकल हर व्यक्ति स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर रहा है, किसान वर्ग भी इससे अछूता नहीं है। इन एप्प के इस्तेमाल से किसान मौसम, फसल उत्पादन और विपणन सम्बन्धी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इन एप्प के इस्तेमाल ने सूचना और प्रसार की लागत को कम कर दिया।
राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना (कृषि आईक्यूः ग्वार और चने की कृषि पद्धतियों का राजस्थान के अति शुष्क आशिंक सिंचित पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में डिजिटल प्रसार) के तहत राजस्थान का अति शुष्क आंशिक सिंचित पश्चिमी मैदानी क्षेत्र (खण्ड 1-सी) में उगाई जाने वाली ग्वार व चने की फसलों का बुवाई से लेकर विपणन तक की जानकारी उपलब्ध करवाने हेतु कृषि आईक्यू की वेबसाइट व एंड्रॉयड एप्प विकसित किया गया है।
और पढ़ेंग्वार और चने का पूर्ण कृषि चक्र - उत्पादन, प्रसंस्करण से वितरण और विपणन तक
बीज का चयन, उच्च गुणवत्ता वाले बीज का उपयोग, बुवाई से पहले बीज का उपचार।
मृदा स्वास्थ्य परीक्षण, मृदा स्वास्थ्य को बनाए रखना, बुवाई के लिए भूमि तैयार करना।
बुवाई के लिए उपयुक्त समय, बीज बोने के तरीके, बुवाई गहराई और पद्धति।
सिंचाई और जल प्रबंधन।
उर्वरक अनुप्रयोग।
खरपतवारों का उचित नियंत्रण, बीमारियों से पौधों की सुरक्षा और हानिकारक कीड़े, कीट प्रबंधन।
फसल बीमा, कृषि ऋण और अन्य ऋण।
सफाई, छंटनी, पैकिंग, भंडारण और परिवहन।
राष्ट्रीय कमोडिटी और डेरिवेटिव एक्सचेंज प्रक्रियाओं को समझना।
तेज, भूरी लोमडी आलसी कुत्ते के ऊपर से कूद गई । तेज, भूरी लोमडी आलसी कुत्ते के ऊपर से कूद गई ।
brown fox jumps over the lazy dog.